लौटा दो न
वही अधूरी सी कहानी
वो राहें जिनपर जा न सके
वो सावन जिसमें भीगे नहीं
वो चाय जो प्याली में बची रह गई
वो सितारे जो मिल के गिन नहीं सके...
ये गीत मुझे बहुत पसंद है, और जाने कब से...अधूरेपन को जिस तरह से लफ्जों में बांधा गया है कि लगता है अहसासों को बयां करने की हद यही है...
6 comments:
excellent......
aapka shabdo se khelne ka ye tarika mujhe bahut pasand aaya.....
मेरे दिल के करीब
बहुत ही सुन्दर गीत है, आपकी पसंद तो लाजवाब है!
kyaa baaaaaaaaaaaaat hai.bahut khoob
बहुत ही सुन्दर.जितनी बार सुनो, कम है.
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