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"तुम्हारे पास शार्पनर टर है क्या?" दो चोटियों वाली एक बेहद मासूम सी लड़की ने थोड़ी सकुचाहट , थोड़ी बेपरवाही से पूछा था। उसके सर हिलाने पर उसने अपनी पेन्सिल बढ़ा दी थी, लड़के ने बड़े जतन से पेंसिल छीली और तीखी नोक बना कर वापस कर दी। उसने पेंसिल के छिलके गिराए नहीं, मुट्ठी में भींच लिए थे। उसे लगा वो कोई चोरी कर रहा है। तेज़ क़दमों से घर पहुंचा था और सबकी नज़रें बचाता हुआ दबे पाँव अपने कमरे में घुसा था। मुश्किल हुयी थी एक हाथ से फेविकोल सटाने में...गोल शायद थोड़ा टेढ़ा लगा था।
हफ़्तों उसे अपनी हथेली से उस चोटी वाली लड़की की खुशबू आती थी।
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वो अब दो बच्चों का पिता है, ..दो प्यारे प्यारे गोल मटोल, गोरे चिट्टे उसने पेंसिल बनाने का बड़ा सा कारखाना खोल लिया है, एक खूबसूरत से घर में रहता है जिसमें बगीचे में झरने लगे हैं. अक्सर विदेश दौरा भी होता ही रहता है उसका। जब भी कहीं से वापस आता है बच्चों के बहुत कुछ लिए आता है, रंग बिरंगे खिलोने, विडियोगेम , .बहुत कुछ...पर कभी भी इस पूरे ताम झाम में उनके लिए बहुत सारे अलग अलग डिजाईन के 'शार्पनर' लाना नहीं भूलता।
कभी भी नहीं।
23 comments:
बड़े दिल से लिखा है और दिल तक पहुंचा भी है... वैसे भी तुम दिल से ही लिखती हो वरना नहीं लिखती...
तो सुबह सुबह ऐसी भावुक खुशबू लिए लेखनी को सलाम....
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति ।
sagar yar, pencil se likha hai...tumhari kasam
अभी अभी ब्लॉगर में लोगिन किया और बस आपके ब्लॉग के अपडेट्स पे नज़र पड़ गयी..बहुत ही अच्छा लिखी आप..प्यारा सी एक कहानी पेंसिल और शार्पनर की
BEHAD SUNDAR
BAHUT ACHA LAGA PAD KAR AAP
SHEKHAR KUMAWAT
http://kavyawani.blogspot.com/
सुंदर...भावनात्मक रचना
"छोटी-सी मगर सुन्दर पोस्ट...:
अच्छी लगी ये पोस्ट थोड़े में बहुत कुछ समेटे .
oh !
badi pyaari pyaari baaten hain .......... aana achha laga... :)
sach bahut dil se kahi gayi hain yeh pyaari pyari baatein.. seedha dil se kahi gayi aur dil tak pahuchi.. maasoomiyat se labalab bhari hui..
bahut khoobsurat !!
:)
sabse pahle janm din ki bahut bahut hardik badhai evam shubhkaamnayen
bahut sundar baat likhi aapne
sabse pahle janm din ki bahut bahut hardik badhai evam shubhkaamnayen
bahut sundar baat likhi aapne
Kitni gahri baat chupi hui hai...
Ab to kahna hi padega ji..Mazaa aa gaya.
wow.. that was sooo very Cute!!
p.s passing by
its entirely a matter of chance, but im so happy i found this blog. bohot bohot accha laga aapko padhkar. i mean, i kno i dont kno u one bit but, ur amazing...really. loved all ur writings.
very nice written..
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yeh khubsurat ehsas hi toh humein jinda rakhtein hai....beautifully expressed!!!!
sach bahot hi manbhavak aur achha likha hai aapne. Aapki likhne ki shaili mujhe bahot pasand aayi. Aapko salaam.
PERFECTLY IMPRESSED AND GLAD WITH YOUR WORDS, YOU HAVE SOMETHING DIFFERENT IN YOUR WORD-COLLECTION.
I WOULD DEFINITELY LOVE, TO READ THE BOOK YOU WRITE, TO WATCH THE MOVIE YOU MAKE.
KEEP IT UP
BEST
Ar.LOVLESH SHARMA
इतना अच्छा कैसे लिख लेती हो? कोई ट्रेनिंग की है क्या?
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